वेबसाइटों के लिए सुरक्षित आईपी एड्रेस बुक 94 फीसदी भर चुका है। इसके चलते जल्द ही एक नए इंटरनेट प्रोटोकॉल वर्जन की जरूरत पड़ेगी। फिलहाल इंटरनेट प्रोटोकॉल वर्जन (आईपीवी) 4 में नए आईपी एड्रेस के लिए 32 बिट के नंबर सिस्टम का प्रयोग होता है। इससे चार अरब कॉम्बिनेशंस तैयार किए जा सकते हैं।
इसके भर जाने पर तकनीशियनों को आईपीवी 6 वर्जन लाना होगा। यह 126 बिट का होगा, जिससे कॉम्बिनेशंस की संख्या भी बढ़ जाएगी। अमेरिकन रजिस्ट्री फॉर इंटरनेट नंबर्स के मुख्य कार्यकारी जॉन करेन के अनुसार, नए आईपीवी 6 को अपनाने के लिए दुनियाभर के देशों को राजी करना एक बड़ी चुनौती है।
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