स्पैम और जंक मेल्स फैलाने वाले देशों की लिस्ट में भारत का स्थान दूसरा है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि अगर इस पर रोक नहीं लगाई गई, तो भारत में बढ़ते इंटरनेट यूजर्स देश को स्पैम फैलाने वाले देशों की लिस्ट में नंबर वन पर पहुंचा देंगे।
पिछले दिनों एक कंपनी के सर्वे में पाया गया कि सबसे ज्यादा जंक और स्पैम मेल्स जनरेट करने वाले देशों में हमारा नंबर दूसरा है। यानी हम, आप सब जमकर स्पैम मेल भेजते रहते हैं। दुनिया भर के बिजनेस कम्यूनिकेशन में से 97 पर्सेंट स्पैम होता है और भारत इसमें से 7.3 फीसदी स्पैम के लिए जिम्मेदार है।
साइबर कम्यूनिकेशन कंसलटेंट इस परेशानी को कुछ अलग नजरिए से देखते हैं। वह कहते हैं, 'स्पैम मेल के मामले में हमारे देश के दूसरे स्थान पर पहुंचने से परेशान होने की जरूरत नहीं है। दरअसल, यह इस बात का संकेत है कि हमारे देश में बड़ी संख्या में लोग टेक्नॉलजी का इस्तेमाल करने लगे हैं।'
इस प्रॉब्लम से निजात पाने का तरीका पूछने पर वह बताते हैं, 'अगर आपने अपने सिस्टम में एंटी वायरस लगा रखा है, तो आपको चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है। आप सिर्फ माउस से क्लिक करके सभी गैर जरूरतमंद मेल्स को डिलीट कर सकते हैं।'