एक स्टडी में कहा गया है कि टीनएजर्स को डिप्रेशन से लड़ने में इंटरनेट से काफी मदद मिल सकती है। यह स्टडी सिडनी यूनिवर्सिटी में भारतीय मूल के रिसर्चर डॉक्टर सुवेना सेठी और उनके सहयोगियों ने की।
स्टडी में उन्होंने पाया कि टीएनएजर्स की मेंटल हेल्थ को सुधारने में इंटरेक्टिव ऑनलाइन मेंटल हेल्थ रिसोर्सेज और टे्रडिशनल काउंसलिंग मददगार साबित हो सकती है। स्टडी रिपोर्ट में बताया गया है कि कैसे ग्रामीण और दूरदराज इलाकों में रह रहे कम उम्र के लोगों को हल्के और मध्यम स्तर के डिप्रेशन से निपटने में इंटरनेट से मदद मिल सकती है। इस काम में ऑनलाइन मेंटल हेल्थ रिसोर्स (स्टैटिक और इंटरेक्टिव) असरदार साबित हो सकते हैं।
'सेल्फ-हेल्प फॉर डिप्रेशन' नाम की इस स्टडी में मौजूदा ऑनलाइन मेंटल हेल्थ रिसोर्स का मूल्यांकन किया गया है, ताकि इसका इलाज के विभिन्न तरीकों में इस्तेमाल किया जा सके। स्टडी टीम मेंबर डॉक्टर एंड्र्यू कैंपबेल ने कहा- हल्के और मध्यम स्तर के डिप्रेशन से बचाव और इसके मैनेजमेंट के लिए हर इनोवेटिव ऑनलाइन अप्रोच को दुनिया भर में आजमाया जा रहा है। इस स्टडी की रिपोर्ट 'जर्नल ऑफ टेक्नॉलजी इन ह्यूमन सर्विसेज' में प्रकाशित हुई है। एंड्रू कैंपबेल ने कहा कि हमारे रिसर्च के मुताबिक टीनएजर्स के लिए डिप्रेशन ट्रीटमेंट का बेस्ट तरीका ऑफलाइन काउंसलिंग के साथ-साथ ऑनलाइन सेल्फ हेल्प टूल्स का इस्तेमाल है।
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