वाई - फाई "वाइरलेस फ़िडिलिटी " :
कुछ सौ फुट की दूरी पर डाटा संचारित और प्राप्त करने के लिए ईथरनेट प्रोटोकॉल का उपयोग करते हुए, एक लोकल एरिया नेटवर्क उच्च आवृत्ति के रेडियो संकेतों का उपयोग करता है। जिसे वाई-फाई के नाम से जाना जाता है ।
वाई-फाई मॉडेम :
इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर द्वारा उपलब्ध करवाये गए इंटरनेट कनेक्सन को किसी अन्य उपकरण (लेपटॉप डेस्कटॉप या मोबाइल आदि) से वायरलेस नेटवर्क द्वारा जोड़ने के काम ली जाने वाली डिवाइस को वाई-फाई मॉडेम के नाम से जाना जाता है ।
वाई-फाई हैक होने होने वाली कुछ सामान्य परेशानीयाँ -
१ स्टेप -
अपने वाई-फाई मॉडम की लाइट चेक करें-
नेटवर्क एडमिन: अपने वाई-फाई राउटर की डिवाइस लिस्ट देखना-
यह तरीका थोड़ा ज्यादा तकनीकी साबित हो सकता है। अपने राउटर पर डिवाइस लिस्ट चेक करने के लिए आपको सबसे पहले उसके IP एड्रेस को चेक करना होगा। इसके लिए-
वह डिवाइस जिसकी मदद से इंटरनेट से कनेक्शन लिया जाता है। असल में राउटर का काम फाइल्स को नेटवर्क में सही जगह पर पहुंचाना होता है।
क्या करें लॉगइन करने के बाद-
यह जरूरी है कि आप अपने राउटर का पासवर्ड और आईडी बदल दें क्योंकि वही पासवर्ड रखने से हैकर्स आसानी से राउटर पर अटैक कर सकते हैं।
कुछ सौ फुट की दूरी पर डाटा संचारित और प्राप्त करने के लिए ईथरनेट प्रोटोकॉल का उपयोग करते हुए, एक लोकल एरिया नेटवर्क उच्च आवृत्ति के रेडियो संकेतों का उपयोग करता है। जिसे वाई-फाई के नाम से जाना जाता है ।
वाई-फाई मॉडेम :
इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर द्वारा उपलब्ध करवाये गए इंटरनेट कनेक्सन को किसी अन्य उपकरण (लेपटॉप डेस्कटॉप या मोबाइल आदि) से वायरलेस नेटवर्क द्वारा जोड़ने के काम ली जाने वाली डिवाइस को वाई-फाई मॉडेम के नाम से जाना जाता है ।
वाई-फाई हैक होने होने वाली कुछ सामान्य परेशानीयाँ -
- आपके वाई-फाई नेटवर्क का इस्तेमाल अगर कोई गलत तरह से कर रहा है तो सबसे पहले आपके नेटवर्क में इंटरनेट की स्पीड धीमी हो जाएगी।
- जो लोग प्राइवेट वाई-फाई नेटवर्क पर अपने सीक्रेट फोल्डर शेयर करते हैं उन्हें भी डाटा चोरी होने का खतरा हो सकता है।
- प्राइवेट वाई-फाई हैक करके गैरकानूनी काम भी किए जा सकते हैं।
१ स्टेप -
अपने वाई-फाई मॉडम की लाइट चेक करें-
- आपके वाई-फाई राउटर में कई तरह की लाइट जलती रहती हैं। इनमें से एक इंटरनेट कनेक्टिविटी की, एक लैन की और एक वायरलेस डिवाइस की होती है। अगर आपको यह पता करना है कि कोई आपका वाई-फाई नेटवर्क का इस्तेमाल बिना आपको बताए कर रहा है तो इसका पता लगाने का एक आसान तरीका है सभी वायरलेस डिवाइस को बंद कर देना। लैपटॉप, कम्प्यूटर, स्मार्टफोन, स्मार्ट टीवी जैसे सभी डिवाइस को अगर बंद कर दिया जाए तो मॉडम में लाइट बंद हो जाएगी। अगर ऐसा करने के बाद भी लाइट बंद नहीं होती तो हो सकता है कि कोई आपका वाई-फाई नेटवर्क इस्तेमाल कर रहा हो। यह तरीका आसान जरूर है, लेकिन इसे अचूक कहना सही नहीं होगा।
नेटवर्क एडमिन: अपने वाई-फाई राउटर की डिवाइस लिस्ट देखना-
यह तरीका थोड़ा ज्यादा तकनीकी साबित हो सकता है। अपने राउटर पर डिवाइस लिस्ट चेक करने के लिए आपको सबसे पहले उसके IP एड्रेस को चेक करना होगा। इसके लिए-
- सबसे पहले कमांड प्रॉम्प्ट पर Win+R की मदद से जाइए।
- इसके बाद विंडो में ipconfig टाइप कीजिए, इसके बाद ही आपको डिफॉल्ट IP एड्रेस के बारे में पता चलेगा।
- अब ब्राउजर में जाकर IP एड्रेस टाइप कीजिए। अब ब्राउजर आपको राउटर में लॉगइन करने को कहेगा।
- अगर आपने राउटर की डिफॉल्ट सेटिंग्स बदली नहीं है तो इसका आईडी और पासवर्ड "admin" और "password" होगा।
वह डिवाइस जिसकी मदद से इंटरनेट से कनेक्शन लिया जाता है। असल में राउटर का काम फाइल्स को नेटवर्क में सही जगह पर पहुंचाना होता है।
क्या करें लॉगइन करने के बाद-
यह जरूरी है कि आप अपने राउटर का पासवर्ड और आईडी बदल दें क्योंकि वही पासवर्ड रखने से हैकर्स आसानी से राउटर पर अटैक कर सकते हैं।
- जैसे ही राउटर पर लॉगइन हो जाता है आपको कनेक्टेड डिवाइस (connected devices) या अटैच डिवाइस (Attached Devices) सेक्शन पर क्लिक करना होगा। कई राउटर्स में यह Device List के नाम से भी दिया होता है।
- इस लिस्ट में आपके वाई-फाई से कितने यूजर्स जुड़े हुए हैं इसकी पूरी जानकारी मिल जाएगी। यहां से आसानी से पता लगाया जा सकता है कि कौन आपके वाई-फाई का गलत तरह से इस्तेमाल कर रहा है।